कोल इंडिया के अध्यक्ष ने वित्त वर्ष 2022-2023 के दौरान सीआईएल के शानदार प्रदर्शन के लिए की सभी की सराहना

वित्त वर्ष 2022-23 में कोल इंडिया के शानदार प्रदर्शन में योगदान के लिए श्री प्रमोद अग्रवाल, अध्यक्ष, कोल इंडिया ने सभी कर्मियों को एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए हार्दिक बधाई दी।

कोल इंडिया के अध्यक्ष ने वित्त वर्ष 2022-2023 के दौरान सीआईएल के शानदार प्रदर्शन के लिए की सभी की सराहना
कोल इंडिया के अध्यक्ष ने वित्त वर्ष 2022-2023 के दौरान सीआईएल के शानदार प्रदर्शन के लिए की सभी की सराहना

नई दिल्ली : वित्त वर्ष 2022-23 में कोल इंडिया के शानदार प्रदर्शन में योगदान के लिए श्री प्रमोद अग्रवाल, अध्यक्ष, कोल इंडिया ने सभी कर्मियों को एक प्रेस विज्ञप्ति के जरिए हार्दिक बधाई दी। उन्होंने कहा यह ऐसा पल है जब हमारी कंपनी ने कई ऐतिहासिक ऊंचाइयां हासिल की है और यह गर्व की बात है कि आप इस इतिहास का हिस्सा बने हैं। श्री अग्रवाल ने कहा की कंपनी के प्रत्येक कर्मचारी द्वारा उत्पादन में नए मानक स्थापित करने, अधिक अधिभार हटाने (OBR)) ऑफ-टेक और विद्युत क्षेत्र को आपूर्ति करने में दिखाए गए आपके विश्वास, दृढ़ता और धीरज की कंपनी सराहना करती हैं।

श्री अग्रवाल ने कहा की ऐसा पहली बार हुआ है कि वित्त वर्ष 2022-23 में 703.2 मिलियन टन कोयले का उत्पादन कर हमने 700 मिलियन टन के एक बहुत बड़े लक्ष्य को पार किया है और यह कोई आसान कार्य नहीं था। विगत वित्त वर्ष की तुलना में एक ही वर्ष के भीतर लगभग 81 मिलियन टन की वृद्धि, कंपनी की स्थापना के बाद से अब तक का यह सबसे बड़ा ऐतिहासिक मुकाम है। यह 2015-16 में दर्ज किए गए उच्चतम उत्पादन 44.5 मिलियन टन के रिकार्ड से लगभग दोगुना है। उन्होंने कहा हमारा इस वर्ष का उत्पादन निष्पादन अभूतपूर्व रहा है। इस वर्ष की वृद्धि की यह मात्रा लगभग विगत सात वित्त वर्षों की संयुक्त वृद्धि के बराबर है।

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उन्होंने आगे कहा बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए हमने वित्त वर्ष 2023 में देश के कोयला आधारित संयंत्रों को अब तक की सबसे अधिक आपूर्ति 586 मिलियन टन की है। यह वित्त वर्ष की शुरुआत में लक्षित मांग से 21 मिलियन टन अधिक है। अधिभार हटाव में भी 294.8 मिलियन क्यूबिक मीटर की उच्च वृद्धि मात्रा के साथ कुल 1656.8 मिलियन क्यूबिक मीटर के नए रिकॉर्ड तक पहुँचा है। यह हमारे लिए एक उत्साहजनक और सकारात्मक संकेतक है फलस्वरुप अधिभार हटाव से भविष्य में तेजी से कोयला निकासी में मदद मिलेगी। 694.7 मिलियन टन का अब तक का सर्वाधिक कुल कोयला प्रेषण और भी अधिक हो सकता था परंतु इसके पीछे कुछ प्रतिबंधित कारक रहे हैं।

श्री अग्रवाल ने आगे कहा की जो लक्ष्य हासिल किया गया है वह संतोषजनक है लेकिन 2023-24 का लक्ष्य अब हमारे सामने है। 780 मिलियन टन उत्पादन और कोयला प्रेषण का हमारा लक्ष्य और भी अधिक चुनौतीपूर्ण है। हमें विश्वास है कि अधिभार हृदाव में जो वृद्धि हुई है। यह वित्त वर्ष 2024 की पहली तिमाही से ही उच्च उत्पादन के रूप में परिलक्षित होगी।

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श्री अग्रवाल  ने कहा" देश की उम्मीदें बहुत बढ़ गई है और हमारे निष्पादन पर बारीकी से नजर रखी जाएगी और उसका आकलन किया जाएगा"। हमें यह साबित करने की आवश्यकता है कि हाल ही में समाप्त हुए वित्त वर्ष के दौरान सफल प्रदर्शन संयोगवश नहीं है, बल्कि एक योजनाबद्ध तथा निरंतर प्रयास का परिणाम है और अपने संकल्प और प्रतिबद्धता के साथ आपने कंपनी के लिए उच्च लक्ष्यों तक पहुंचने के लिए एक आदर्श नींव की आधारशिला रखी है।

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