सूचना और साइबर सुरक्षा पर आत्मनिर्भरता हेतु यूआईडीएआई और एसईटीएस ने मिलाया हाथ
सूचना और साइबर सुरक्षा पर आत्मनिर्भरता हेतु यूआईडीएआई और एसईटीएस ने मिलाया हाथ
नई दिल्ली : भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) और एसईटीएस ने डीप टेक क्षेत्र में उपकरणों और उत्पादों के विकास में सहयोग और संयुक्त अनुसंधान करने पर सहमति व्यक्त की हैं । समझौता ज्ञापन (एमओयू) के अंतर्गत दोनों संगठन साइबर सुरक्षा, आईओटी सुरक्षा, मोबाइल उपकरण सुरक्षा, फाइनेंशियल नेटवर्क स्लाइस सिक्योरिटी और हार्डवेयर सुरक्षा इत्यादि जैसे डीप टेक और उभरते तकनीकी क्षेत्रों में संयुक्त शोध करेंगे।
यह कदम 'मेक इन इंडिया' पहल का हिस्सा है और इसका उद्देश्य सूचना और साइबर सुरक्षा क्षेत्र में सुधार लाना हैं I यूआईडीएआई और एसईटीएस दोनों संगठनों के वैज्ञानिक और अधिकारी साइबर सुरक्षा, क्वांटम सुरक्षा और क्रिप्टोग्राफी केंद्रित नवाचारों जैसे क्वांटम रैंडम नंबर जेनरेटर, क्रिप्टो एपीआई लाइब्रेरी, क्वांटम सेफ क्रिप्टोग्राफी आदि के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी पर काम करेंगे।
एसईटीएस और यूआईडीएआई के अधिकारियों को न केवल यूआईडीएआई इकोसिस्टम में बल्कि अन्य महत्वपूर्ण आईटी अवसंरचना में भी उपयोग के लिए संयुक्त अनुसंधान परियोजनाओं को प्रस्तावित एवं कार्यान्वित करने तथा उपकरण/उत्पाद को विकसित करने के लिए शामिल किया जाएगा।
यूआईडीएआई ने 1.36 बिलियन से अधिक आधार संख्या जारी की है और प्रतिदिन 70 मिलियन से अधिक आधार आधारित प्रमाणित लेनदेन हो रहे हैं।
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