श्री अमिताभ मुखर्जी ने एनएमडीसी लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निर्देशक के रूप में किया अतिरिक्त प्रभार ग्रहण

अमिताभ मुखर्जी,निर्देशक (वित्त) ने एनएमडीसी लिमिटेड में अध्यक्ष-सह-प्रबंध निर्देशक के रूप में अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण किया। एनएमडीसी लिमिटेड इस्पात मंत्रालय के तहत भारत का सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक है और एक नवरत्न सीपीएसई है

श्री अमिताभ मुखर्जी ने एनएमडीसी लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निर्देशक के रूप में किया अतिरिक्त प्रभार ग्रहण
श्री अमिताभ मुखर्जी ने एनएमडीसी लिमिटेड के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निर्देशक के रूप में किया अतिरिक्त प्रभार ग्रहण

हैदराबाद : श्री अमिताभ मुखर्जी,निर्देशक (वित्त) ने एनएमडीसी लिमिटेड में अध्यक्ष-सह-प्रबंध निर्देशक के रूप में अतिरिक्त कार्यभार ग्रहण किया। एनएमडीसी लिमिटेड इस्पात मंत्रालय के तहत भारत का सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक है और एक नवरत्न सीपीएसई है।

 श्री अमिताभ मुखर्जी आईआरएएस के 1995 बैच के अधिकारी हैं। श्री मुखर्जी  कोस्‍ट एकाउंटेंट  भी हैं और उन्होंने गुरु घासीदास विश्वविद्यालय, बिलासपुर से वाणिज्य में मास्टर डिग्री प्राप्त की है।

निर्देशक (वित्त) के रूप में श्री मुखर्जी के कार्यकाल के दौरान, एनएमडीसी ने रू 25, 882 करोड़ रुपये का टर्नओवर किया था और रू 12, 981 करोड़ रुपये का कर देने से पूर्व का लाभ (पीबीटी) दर्ज किया था, और वित्त वर्ष 22 में रू 9, 398 करोड़ रुपये के कर के पश्‍चात के  लाभ (पीएटी) के साथ कंपनी के इतिहास में अब तक का सबसे अच्छा वित्तीय प्रदर्शन दर्ज किया।

श्री मुखर्जी ने ईआरपी (एस 4/हाना ) के कार्यान्वयन का नेतृत्व किया है तथा माइन ट्रांसपोर्टेशन एंड सर्विलांस प्रणाली, फ्लीट मैनेजमेंट प्रणाली जैसी अन्य डिजिटलीकरण की पहल कर रहे हैं। उनके नेतृत्व में एनएमडीसी स्टील लिमिटेड से एनएमडीसी लिमिटेड का डीमर्जर समयबद्ध तरीके से पूरा हुआ और एनएसएल के शेयरों को 20.02.2023 को स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध किया गया। परियोजना प्रबंधन, डिजिटल पहल और नीति निर्माण उनकी विशेषता है। उन्होंने एनएमडीसी के ऑस्ट्रेलिया प्रचालन को प्री-प्रोडक्शन स्टेज (गोल्ड) तक पहुंचाया है और आयरन ओर माइनिंग टेनेमेंट को मोनेटाइज करते हुए एक बड़ी अंतरराष्ट्रीय खनन कंपनी हैनकॉक प्रॉस्पेक्टिंग के साथ एक रणनीतिक गठजोड़ को भी अंतिम रूप दिया है।

 एनएमडीसी में पदभार ग्रहण करने से पूर्व का कार्यकाल

एनएमडीसी में पदभार ग्रहण करने से पूर्व , श्री मुखर्जी  रेल विकास निगम लिमिटेड (आरवीएनएल) में महाप्रबंधक (वित्त) के पद पर कार्यरत  थे। 19967 -2016 से आईआरएएस में अपनी सेवा के दौरान, उन्होंने रेलवे में विभिन्न  महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया । आईआरएएस  में कार्यग्रहण करने से पूर्व, उन्होंने 1994-1997 तक इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल ) में भी कार्य किया है ।

श्री मुखर्जी द्वारा प्राप्त किए गए पुरुस्कार

श्री अमिताभ मुखर्जी ने बड़े विनिर्माण की उद्योग श्रेणी के अंदर वर्ष 2022 में फाइनेंशियल एक्सप्रेस की तरफ से "एफई सीईओ ऑफ द ईयर" का पुरस्‍कार प्राप्त किया था । सीआईआई ने उन्हें औद्योगिक विनिर्माण की सेक्‍टोरियल  श्रेणी के तहत "वर्ष 2022 के अग्रणी सीएफओ" के रूप में मान्यता भी दी है।
श्री मुखर्जी ने भारतीय रेलवे में अपने कार्यकाल के दौरान वर्ष 2006 में उत्कृष्ट सेवाओं के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी प्राप्त किया है।

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